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Wednesday, 20 April 2016
दुश्मनों पर फेंके जाते थे जहरीले सांप-तीर, ये थे सुरक्षा के 5 अजीबोगरीब हथकंडे
आज भले ही दुनियाभर के कई देशों के पास अत्याधुनिक हथियार मौजूद हैं, जो सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। लेकिन हजारों साल पहले ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। ऐसे में सुरक्षा के लिए अजीबोगरीब हथकंडे अपनाए जाते थे। कभी सांप और तीर छोड़े जाते तो कभी बिल्ली के जरिए युद्ध जीत लिया गया। आज हम आपको ऐसे 5 अजीबोगरीब हथकंडों के बारे में बताने जा रहे हैं। दुश्मनों पर छोड़े जाते थे सांप...
1. सांपों के दम पर जीता युद्ध
हनिबल को अपने समय के महान योद्धाओं में गिना जाता है। उन्होंने अपनी चालाकी के दम पर कई युद्ध जीते। हालांकि, राजा यूमेनस II के साथ हुई लड़ाई के लिए उन्हें सबसे ज्यादा याद किया जाता है। लगभग 2200 साल पहले हुए इस युद्ध में एक छोटे से सैन्य बल के दम पर हनिबल ने जीत हासिल की थी। उन्होंने जहरीले सांपों को हथियार बनाया और यूरेनस ll के जहाज पर हमला कर दिया। सांपों के डर से यूरेनस के सैनिक भाग खड़े हुए और हनिबल को आसान जीत मिली।
2. बिल्ली को बॉडीगार्ड बनाकर जीता युद्ध
लगभग 2500 साल पहले पेलुसियम का युद्ध इजिप्ट और पर्शिया के बीच हुआ था। इसमें इजिप्शियन फैरो पसमेटिक को हार का मुंह देखना पड़ा था, क्योंकि इसकी वजह बिल्लियां थीं। दरअसल, इजिप्ट में बिल्लियों को काफी सम्मान दिया जाता है। इस बात का फायदा उठाते हुए पर्शियन लीडर कॉम्बिसेस II ने अपने सैनिकों के शील्ड्स पर बिल्लियों की फोटोज पेंट करवा दी। साथ ही अपनी आर्मी को बिल्लियों के साथ मैदान में उतार दिया। ऐसे में इजिप्ट के सैनिकों ने दुश्मनों पर हथियार चलाने से इनकार कर दिया और पर्शियन की जीत हुई।
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3. दुश्मनों के तीर से दर्ज की जीत
चीन में बैटल ऑफ यॉन्गकी (756 AD) के समय झांग झुन की सेना के तीर खत्म हो गए। ऐसे में उन्होंने एक अनोखा तरीका अपनाया और सूखे घास से नकली सेना बनाकर रात में युद्ध के नगाड़े बजाने लगे। दुश्मनों को लगा कि उनपर हमला होने वाला है। ऐसे में वे लोग अंधाधुंध तीर बरसाने लगे। इन तीरों को झांग झुन की सेना ने जमा कर लिए और अगले दिन लड़ाई में इस्तेमाल किया। इसके बाद अगले दिन भी युद्ध के नगाड़े बजाए गए, लेकिन दुश्मनों ने हमला नहीं किया। ऐसे में झांग झुन की सेना ने उनपर अटैक कर दिया और युद्ध जीतने में सफल रहे।
4. घात लगाकर सूं पिन ने जीती बाजी
मेलिंग के युद्ध के दौरान सूं पिन ने अपने दुश्मन पंग चुआन को चकमा देने के लिए अनोखा तरीका इस्तेमाल किया। इसके लिए युद्ध से पहले की कई रातों को सूं पिन की सेना काफी छोटे दायरे में आग जलाकर रहती थी। इससे पंग चुआन को लगा कि सामने वाले दुश्मन काफी कम हैं। ऐसे में उसने अटैक कर दिया, लेकिन पहले से घात लगाकर बैठी सूं पिन की छुपी हुई ने हमला कर दिया और युद्ध को जीत लिया।
5. जलते हुए ऊंटों ने दिल्ली पर दिलवाया कब्जा
तैमूर दिल्ली पर कब्जा करना चाहता था, लेकिन भारतीय सेना के सामने उसका कोई बस नहीं चल पा रहा था। दरअसल, भारतीय सेना उसकी सेना से काफी बड़ी थी और हाथियों की वजह काफी मजबूत भी। ऐसे में तैमूर ने फैसला किया कि जानवरों की मदद से ही युद्ध किया जाए। इसके लिए वह जानवरों की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटा। उसने ऊंट के पीठ पर भूसों से भरी बोरियां लाद दी। फिर उन बोरियों में आग लगाकर भारतीय सेना पर ऊंटों को छोड़ दिया। आग को देखकर हाथी भड़क गए और उन्होंने भारतीय सैनिकों पर ही हमला कर दिया। इस तरह तैमूर दिल्ली पर कब्जा करने में कामयाब हो गया।
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