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Wednesday, 6 April 2016
8 FASTEST TRAINS: 603 Kmph की रफ्तार से दौड़ती है सबसे तेज ट्रेन
भारत की सबसे फास्ट ट्रेन मानी जा रही गतिमान एक्सप्रेस ने मंगलवार को सिर्फ 100 मिनट में दिल्ली से आगरा तक की जर्नी पूरी की। इस दौरान उसकी स्पीड 160 किमी थी। हालांकि यह विदेशों में बुलेट ट्रेन की स्पीड से काफी कम है। आइए आपको बताते हैं, वर्ल्ड की सबसे फास्टेट बुलेट ट्रेन के बारे में
बीते साल अप्रैल में जापान ने मैग्लेव ट्रेन का टेस्ट रन किया था। उसकी स्पीड 603 किमी. थी। ये मैग्नेटिक पावर से ट्रैक से 10 सेंटीमीटर ऊपर रह कर चलती है।
- वर्ल्ड की सबसे तेज रफ्तार ट्रेनों में शंघाई मैग्लेव दूसरे नंबर पर है।
- इसे शंघाई मैग्लेव ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट को-ऑपरेशन (एसएमटीडीसी) ऑपरेट करता है।
- सीमेन्स और थाईसेनक्रूप ने मिलकर इसे 2003 में लॉन्च किया था।
- शंघाई से पुडोंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट की 30 किमी की जर्नी 8 मिनट से भी कम वक्त में पूरा करती है।
- दुनिया की तीसरी फास्ट ट्रेन माना जाता है।
- इका कमर्शियल ऑपरेशन अक्टूबर 2010 में शुरू हुआ।
- ये बीजिंग से शंघाई के रूट पर चलती है।
- इसे सीएसआर जिंगदाओ सिफांग लोकोमोटिव और रोलिंग स्टॉक ने बनाया है।
- फास्ट स्पीड डिजाइन के कारण ये चीन की तमाम यूनिवर्सिटीज में रिसर्च का सब्जेक्ट है।
- ये एजीवी सीरीज की पहली ट्रेन है। अप्रैल 2012 में सर्विस में शामिल की गई।
- 2007 में इसने 574.8 किमी/घंटे की स्पीड का रिकॉर्ड तोड़ा था।
- इसे एल्सटम ने बनाया था। ये यूरोप की सबसे मॉडर्न ट्रेन मानी जाती है।
- शुरुआत में इसे नेपल्स, रोम, फिरेन्डे, बोलगना और मिलान लाइन पर सर्विस शुरू की।
- ट्रेन यूरोपियन टीएसआई इंट्रोपेराबिलिटी मानकों का पालन करती है।
- ट्रायल रन के दौरान इसकी टॉप स्पीड 365 किमी/घंटा थी।
- वहीं, कमर्शियल ऑपरेशन के दौरान इसकी टॉप स्पीड 350 किलोमीटर/घंटा रहती है।
- टी350 का निर्माण पेटेंटीज टाल्गो ने बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन के साथ मिलकर किया था।
- इस वक्त देश में इस सीरीज की 46 से ज्यादा ट्रेनों को ऑपरेट किया जा रहा है।
- इस हायाबूसा ट्रेन ने 300 किलोमीटर/घंटे की स्पीड से 2011 से सर्विस शुरू की थी।
- टोहोकु शिन्कानसेन लाइ पर इसकी टॉप स्पीड 320 किमी/घंटा रहती है।
- मैग्लेव से पहले ये जापान की सबसे तेज ट्रेन मानी जाती थी। ट्रायल के दौरान इसकी अधिकतम रफ्तार 400 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
- इसे कावासाकी हेवी इंडस्ट्री और हिटैची ने मिलकर बनाया है।
- अल्सटम कंपनी द्वारा बनाई गई यूरोड्यूपिलेक्स टीजीवी यूरोड्यूपिलेक्स की थर्ड जेनरेशन की ट्रेन है।
- यूरोड्यूपिलेक्स को शुरुआत में रिने-रोन एलजीवी हाई स्पीड रेल लाइन पर चलाया गया।
- स्पेन में अपने ट्रायल रन के दौरान इसे 400 किमी/घंटे की स्पीड से टेस्ट ट्रिप पूरी की थी।
- ट्रेन की ऑपरेशनल स्पीड 310 किलोमीटर/घंटा है।
- इसे चलाने का आदेश स्पेन के नेशनल रेलवे ने दिया था। इसे बर्सिलोना-मैड्रिड लाइन पर ऑपरेट किया जाता है।
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सामने आया रेड लाइट एरिया का दर्दनाक सच, यूं मुंबई लाई जा रही लड़कियां
मुंबई.मायानगरी मुंबई के रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा में बड़े
पैमाने पर बांग्लादेशी सेक्स वर्कर्स की ट्रैफिकिंग हो रही है। सेक्स
वर्कर्स के रिहैबिलिटेशन
खुलासा एक रिपोर्ट में किया है। सेक्स वर्कर्स को लेकर क्या कहती है रिपोर्ट...
वेस्ट बंगाल और बांग्लादेश से बहला-फुसला कर महिलाओं को सेक्स रैकेट में लाया जा रहा है।
- महिलाओं को जॉब और बेहतर जीवन का लालच दिया जाता है।
- इसके बाद मुंबई लाकर उन्हें नशीले इंजेक्शन देकर कैद कर दिया जाता है।
- रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में लगभग 3 मिलियन बांग्लादेशी ऑफिशियली रहते हैं।
- वहीं, हर रोज सैकड़ों बांग्लादेशी एजेंट के जरिए बॉर्डर क्रॉस कर इंडिया आ रहे हैं।
- महिलाओं को जॉब और बेहतर जीवन का लालच दिया जाता है।
- इसके बाद मुंबई लाकर उन्हें नशीले इंजेक्शन देकर कैद कर दिया जाता है।
- रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में लगभग 3 मिलियन बांग्लादेशी ऑफिशियली रहते हैं।
- वहीं, हर रोज सैकड़ों बांग्लादेशी एजेंट के जरिए बॉर्डर क्रॉस कर इंडिया आ रहे हैं।
क्या है रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा की स्थिति?
- एनजीओ प्रेरणा की को-फाउंडर प्रीति पाटकर के मुताबिक, 2010-2015 के
बीच उनके एनजीओ के नाइट केयर सेंटर में 213 सेक्स वर्कर्स के बच्चे पढ़ते
थे।
- इनमें से कुल 128 बच्चों की मां बंगाली बोलने वाली हैं।
पाटकर बताती हैं कि कमाठीपुरा में बांग्ला भाषी सेक्स वर्कर्स का आंकड़ा
लगातार बढ़ता जा रहा है।
- उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से भी लड़कियों को यहां लाया जा रहा है।
ऐसी हो जाती सेक्स वर्कर्स की लाइफ...
- बांग्लादेश और अन्य राज्यों से लाई जाने वाली महिलाओं को नशे की लत लगा दी जाती है।
- उन्हें तब तक छोटे अंधेरे कमरे में इंजेक्शन देकर बंद रखा जाता है जब तक उनका विल पावर खत्म न हो जाए।
- जवान दिखने के लिए टैबलेट्स भी दी जाती है। इन टैबलेट्स का सेवन न करने पर लड़कियों को बेचैनी होती है।
- एक रात में इन लड़कियों को 5 से 8 कस्टमर्स को परोसा जाता है।
- यदि लड़कियां सेक्स करने से मना करती है तो उन्हें पीटा जाता है।
- उन्हें तब तक छोटे अंधेरे कमरे में इंजेक्शन देकर बंद रखा जाता है जब तक उनका विल पावर खत्म न हो जाए।
- जवान दिखने के लिए टैबलेट्स भी दी जाती है। इन टैबलेट्स का सेवन न करने पर लड़कियों को बेचैनी होती है।
- एक रात में इन लड़कियों को 5 से 8 कस्टमर्स को परोसा जाता है।
- यदि लड़कियां सेक्स करने से मना करती है तो उन्हें पीटा जाता है।
Tuesday, 5 April 2016
जॉन सीना से अंडरटेकर तक, जानें टॉप-10 WWE स्टार रेसलर्स की कमाई
चोटिल जॉन सीना भले ही फिलहाल स्क्रीन पर दिखाई नहीं दे रहे हैं, लेकिन वे
अब भी सबके चहेते बने हुए हैं। हाल ही में जारी फोर्ब्स की सबसे अधिक सैलरी
वाले रेसलर्स की लिस्ट में वे नंबर वन पर हैं। 2016 में जारी इस लिस्ट के
अनुसार अमेरिकी रेसलर को WWE ने 63.1 करोड़ रुपए दिए हैं। हालांकि वे 2015
में भी टॉप पर थे। जॉन सीना को रेसलिंग फाइट से 2015 में 33.2 करोड़ रुपए
मिले थे। ये अमाउंट अंडरटेकर, WWE के वाइस प्रेसिडेंट ट्रिपल-एच, द रॉक से
ज्यादा थी। आपको रेसलिंग वर्ल्ड के टॉप-10 रेसलर्स की सैलरी के बारे में जानकारी दे रहा है।
जानें अब भी क्यों शादी से डरती हैं भारतीय लड़कियां
जमाना बदल गया, सोच बदल गई, रिश्ते को देखने के नजरिया भी बदल गया, लेकिन
जब बात शादी की हो तो भारतीय लड़कियों को डर लगता है, अगर आपको यकीन नहीं
है तो यह स्लाइडशो पढ़ें और जानें क्या है हकीकत।
शादी और करियर, महलिाओं के लिए एक साथ नहीं चल सकते। भारतीय
लड़कियों को अब भी शादी या करियर में से एक चुनना पड़ता है। करियर
छोड़ने का डर, शादी ना करने की सबसे बड़ी वजहों में से एक है। क्योंकि
करियर छोड़ना मतलब आर्थिक तौर पर किसी और के ऊपर निर्भर होना।
कहां जा रही हो, वो कौन था, ये कौन है, कब तक आओगी,... आदि कई
सारे सवालों की झड़ी शादी के बाद लग जाती है। लोग कहते हैं शादी से पहले
भी तो मां-बाप पूछते थे, तब लड़कियों को क्यों नहीं समस्या होती? इसका
जवाब है, लड़कियों के मां-बाप पूछते नहीं थे, केवल जानते थे कि कहां है
और कब आएगी। जानने और पूछने में अंतर है। परिवार के हर सदस्य को एक-दूसरे
की जानकारी होना जरूरी है। लेकिन जब आप हर बात पूछने लगे और हर चीज में
टोका-टाकी करने लगे तो शुरू होती है पांबदी। और शादी इसी की शुरुआत है।
घर दूसरा, मां-बाप दूसरे, भाई-बहन-दूसरे, पड़ोसी दूसरा, ... और
अपना कमरा दूसरा जो किसी और के साथ शेयर करना पड़ेगा जिसके बारे में अब तक
कुछ भी नहीं जानते थे। गलती से वो बंदा थोड़ा सा भी गलत निकल गया तो पूरी
जिंदगी तबाह हो जाएगा। इन बदलावों से जुड़े सारे सवाल डर पैदा करने के
लिए काफी हैं।
मां... मां होती है और सास... सास। खासकर लड़कियों के लिए।
क्योंकि लड़कों को तो ससुराल में भी खूब इज्जत मिलती है। और लड़कियों को
मिलते हैं ताने। शादी के बाद मां की बात, 'तुम्हारे ससुराल वाले तुम्हारे
नखरे मेरी तरह बर्दाश्त नहीं करेंगे' सच हो जाती है। मां का प्यार दुनिया
में कहीं नहीं मिलता जो शादी के बाद लड़कियों से छिन जाता है और ये एक डर
सबसे बड़ा डर होता है। क्योंकि शादी के बाद नौकरी करने की इजाजत है, पति
सही निकल गया, ससुराल सही रहा, सासू मां ठीक है... तो क्या हुआ? मां का
प्यार तो छूट ही गया ना।
1) शादी से डर के कारण
शादी के बाद मां-बाप बदलते हैं, घर बदलता है, रिश्तेदार बदलते हैं, दोस्त बदलते हैं... सबकुछ बदल जाता है वो भी केवल एक दिन में। वो भी शादी जब भारत में हो तो करियर-आजादी सबकी तिलांजली देनी पड़ती है। ऐसे में भारतीय लड़कियों का शादी से डर लगना लाजिमी है। शादी किसी के लिए फैंटेसी होती है तो किसी के लिए बर्बादी। लेकिन भारतीय लड़कियों के लिए शादी अब भी जिम्मेदारियों का बोझ और पाबंदी की एक गांठ है। शादी के बाद लड़कियों को सामाजिक और आर्थिक, दोनों तरह की स्वतंत्रता की तीलांजलि देनी पड़ती है। इन्हीं के साथ अन्य दूसरे भी वजह हैं जिसके कारण भारतियों लड़कियों को शादी से डर लगता है।2) करियर की तिलांजलि
3) खत्म हो जाती है आजादी
4) एक दिन में दुनिया का बदलना
5) नहीं मिलता मां का प्यार
4 इशारे- वो सेक्स करना चाहती है
ये यूनिवर्सली अक्सेप्टेड सच है कि महिलाओं को समझना मुश्किल है। महिलाएं जो वैसे तो हमेशा बातें करती रहती हैं, लेकिन जब अपनी भावनाएं और इनर फ़ीलिंग व्यक्त करने की बात होती है तो शब्दों से की जगह नॉन वर्बल कम्यूनिकेशन यानी इशारों का इस्तेमाल करती हैं। ऐसे में मर्दों के लिए इस मिस्ट्री को समझना कई बार मुश्किल हो जाता है। ऐसे में महिलाओं की बॉडी लैंग्वेज के कुछ साइन को जानना जरुरी है जो ये बताते हैं कि इस वक्त वो मूड में हैं और सेक्स के लिए तैयार हैं।
1. बांहों के इशारे- अगर अपने पार्टनर को आगोश में लेने की बजाए महिलाएं अपनी बांहों को अपने शरीर के बिल्कुल करीब रख लेती हैं, तो मर्दों को समझना चाहिए कि उनकी पार्टनर के मन में कुछ चल रहा है। इसके अलावा अगर महिलाओं का हाथ उनके सिर पर, आपके सिर पर या आपके चेस्ट पर है तो ये भी इस बात का संकेत है कि वो आपके साथ कंफ़र्टेबल महसूस कर रही है और खुद को रोकना नहीं चाहती।
2. तेज़ी से सांस लेना- इस इशारे का बनावटी होना मुश्किल है। क्योंकि जब शरीर उत्तेजित होता है तो सांसे अपने आप तेज़ होने लगती हैं। जब शरीर ऑर्गेज़म के लिए तैयार हो रहा है तो दिल की धड़कन तेज हो जाती है और शरीर में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ने से सांसे तेज़ हो जाती हैं। ये भी इस बात का संकेत है कि वो आपके प्यार के लिए तैयार है।
3. पार्टनर के करीब आना- जब आपकी पार्टनर आपको प्यार से अपने आगोश में लेने की कोशिश करे और नजदीकियां बढ़ाए तो ये भी इस बात का संकेत है कि वो आपको इन्वाइट कर रही है। इसके अलावा अपने पंजों को मोड़ना भी एक अच्छा संकेत है।
4. तालमेल बिठाना- अच्छे सेक्स का एक सीक्रिट ये भी है कि ये बेहद समकालिक यानी सिंक्रनाइज़्ड होता है। इसलिए अगर आपकी पार्टनर आपके मूव्स को मैच कर रही हैं और आपके साथ तालमेल बिठा रही हैं तो आगे बढ़ने के लिए इससे बेहतर और कोई समय नहीं हो सकता।
हालांकि ये जरुरी नहीं कि ये सभी बातें सभी महिलाओं पर लागू हो। हर इंसान एक दूसरे से अलग होता है। जरुरत सिर्फ इस बात की है कि अपने पार्टनर पर ध्यान दें और उनकी बॉडी लैंग्वेज को समझें।
1. बांहों के इशारे- अगर अपने पार्टनर को आगोश में लेने की बजाए महिलाएं अपनी बांहों को अपने शरीर के बिल्कुल करीब रख लेती हैं, तो मर्दों को समझना चाहिए कि उनकी पार्टनर के मन में कुछ चल रहा है। इसके अलावा अगर महिलाओं का हाथ उनके सिर पर, आपके सिर पर या आपके चेस्ट पर है तो ये भी इस बात का संकेत है कि वो आपके साथ कंफ़र्टेबल महसूस कर रही है और खुद को रोकना नहीं चाहती।
2. तेज़ी से सांस लेना- इस इशारे का बनावटी होना मुश्किल है। क्योंकि जब शरीर उत्तेजित होता है तो सांसे अपने आप तेज़ होने लगती हैं। जब शरीर ऑर्गेज़म के लिए तैयार हो रहा है तो दिल की धड़कन तेज हो जाती है और शरीर में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ने से सांसे तेज़ हो जाती हैं। ये भी इस बात का संकेत है कि वो आपके प्यार के लिए तैयार है।
3. पार्टनर के करीब आना- जब आपकी पार्टनर आपको प्यार से अपने आगोश में लेने की कोशिश करे और नजदीकियां बढ़ाए तो ये भी इस बात का संकेत है कि वो आपको इन्वाइट कर रही है। इसके अलावा अपने पंजों को मोड़ना भी एक अच्छा संकेत है।
4. तालमेल बिठाना- अच्छे सेक्स का एक सीक्रिट ये भी है कि ये बेहद समकालिक यानी सिंक्रनाइज़्ड होता है। इसलिए अगर आपकी पार्टनर आपके मूव्स को मैच कर रही हैं और आपके साथ तालमेल बिठा रही हैं तो आगे बढ़ने के लिए इससे बेहतर और कोई समय नहीं हो सकता।
हालांकि ये जरुरी नहीं कि ये सभी बातें सभी महिलाओं पर लागू हो। हर इंसान एक दूसरे से अलग होता है। जरुरत सिर्फ इस बात की है कि अपने पार्टनर पर ध्यान दें और उनकी बॉडी लैंग्वेज को समझें।
Monday, 4 April 2016
शराब पीने के 24 घंटों के बाद शरीर में होते हैं ये बदलाव
शराब के बारे में हमें इतना ही पता है कि इससे नशा होता है और अधिक सेवन हानिकारक है, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि भला शरीर में जाकर ये शराब क्या करती है, आइए हम बताते हैं।
1) शराब पीने के बाद 24 घंटे -शराब के बारे में इसे पीने वाले और न पीने वाले अमूमन इतना ही जानते हैं कि
इससे नशा होता है और इसका अधिक सेवन शरीर के लिये हानिकारक होता है। लेकिन
क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि भला शरीर में जाकर ये शराब क्या
करती है। चलिये आज आपके शराब पीने के बाद 24 घंटों तक होने वाले इसके असर
के बारे में बताते हैं।
2) पहले 5 मिनट -शराब का पहला घूंट लेने के कुछ मिनटों के भीतर ही एल्कोहल पेट में जाता है और फिर खून में मिलता है। ऐसे में यह एल्कोहल दिमाग सहित शरीर के सभी हिस्सों में पहुंच जाती है।
3) 10 से 15 मिनट बाद -शरीर एल्कोहल को ज़हर की तरह लेता है और जल्द से जल्द इससे मुक्ति पाना चाहता है। ऐसे में वो इसे विघटित करता है और जल्द से जल्द शरीर से बाहर करने की योजना बनाता है। ऐसे में शरीर एल्कोहल डिहाइड्रोजनेज (Alcohol dehydrogenase) नामक एंजाइम बनाता है जोकि शराब को एसीटैल्डिहाइड सहित अन्य रसायनों में बदलता है। इसके बाद इसे एसिटिक एसिड और फिर फैटी एसिड और पानी में बदलता है। जब आप अपने लिवर की झमता से ज्यादा पीते हैं तो आप आउट हो जाते हैं।
4) 20 मिनट बाद-शराब पीने के 20 मिनट के बाद आप को एहसास होने लगता है कि शराब आपके ऊपर
अपना काम करने लगी है। फिर शुरू होता है दिमाग पर शराब का असर और आपको
अच्छी या अन्य भावनाएं होने लगती हैं।
5) 45 मिनट बाद- 45 मिनट से 90 मिनट तक का समय वो समय होता है जब आपके खून में एल्कोहल का स्तर चरम पर होता है। नशा भी इस समय काफी हो जाता है।
6) 60 मिनट बाद- इस समय आपको टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस होती है, क्योंकि
एल्कोहल मूत्रवर्धक पेय होता है और सीधे गुर्दे तक जाता है। और पानी पीना
बंद कर देने पर आपको नींद आने लगती है।
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