जानें अब भी क्यों शादी से डरती हैं भारतीय लड़कियां
जमाना बदल गया, सोच बदल गई, रिश्ते को देखने के नजरिया भी बदल गया, लेकिन 
जब बात शादी की हो तो भारतीय लड़कियों को डर लगता है, अगर आपको यकीन नहीं 
है तो यह स्लाइडशो पढ़ें और जानें क्या है हकीकत।
शादी  और करियर,   महलिाओं के लिए एक साथ नहीं चल सकते। भारतीय 
लड़कियों को अब भी  शादी या   करियर में से एक चुनना पड़ता है। करियर 
छोड़ने का डर, शादी ना करने  की   सबसे बड़ी वजहों में से एक है। क्योंकि 
करियर छोड़ना मतलब आर्थिक तौर  पर   किसी और के ऊपर निर्भर होना।
कहां  जा  रही हो, वो कौन था, ये कौन है, कब तक आओगी,... आदि कई 
सारे सवालों की   झड़ी शादी के बाद लग जाती है। लोग कहते हैं शादी से पहले 
भी तो मां-बाप   पूछते थे, तब लड़कियों को क्यों नहीं समस्या होती? इसका 
जवाब है, लड़कियों   के मां-बाप पूछते नहीं थे, केवल जानते थे कि कहां है 
और कब आएगी। जानने और   पूछने में अंतर है। परिवार के हर सदस्य को एक-दूसरे
 की जानकारी होना  जरूरी  है। लेकिन जब आप हर बात पूछने लगे और हर चीज में 
टोका-टाकी करने लगे  तो  शुरू होती है पांबदी। और शादी इसी की शुरुआत है।
घर  दूसरा, मां-बाप दूसरे, भाई-बहन-दूसरे, पड़ोसी दूसरा, ... और 
अपना कमरा  दूसरा जो किसी और के साथ शेयर करना पड़ेगा जिसके बारे में अब तक
 कुछ भी  नहीं जानते थे। गलती से वो बंदा थोड़ा सा भी गलत निकल गया तो पूरी
 जिंदगी  तबाह हो जाएगा। इन बदलावों से जुड़े सारे सवाल डर पैदा करने के 
लिए काफी  हैं।
मां... मां होती है और सास... सास। खासकर लड़कियों के लिए। 
क्योंकि लड़कों को तो ससुराल में भी खूब इज्जत मिलती है। और लड़कियों को 
मिलते हैं ताने। शादी के बाद मां की बात, 'तुम्हारे ससुराल वाले तुम्हारे 
नखरे मेरी तरह बर्दाश्त नहीं करेंगे' सच हो जाती है। मां का प्यार दुनिया 
में कहीं नहीं मिलता जो शादी के बाद लड़कियों से छिन जाता है और ये एक डर 
सबसे बड़ा डर होता है। क्योंकि शादी के बाद नौकरी करने की इजाजत है, पति 
सही निकल गया, ससुराल सही रहा, सासू मां ठीक है... तो क्या हुआ? मां का 
प्यार तो छूट ही गया ना।


 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
0 comments:
Post a Comment