युवा सोशल मीडिया पर इन बातों का रखें ध्यान
सोशल मीडिया के अगर फायदे बहुत हैं तो नुकसान भी कम नहीं है। इसके जरिए लोग आपकी फोटो और निजी जानकारियों को हासिल करें उसका गलत इस्तेमाल करते हैं। खासकर युवाओं को सोशल मीडिया के प्रयोग में खासी सावधानी बरतनी चाहिए।
4
लॉगइन लोकेशन
फेसबुक जैसी कई सोशल नेटवर्किंग साइट लॉगइन लोकेशन का रिकॉर्ड रखती हैं। आप समय-समय पर इसे चैक कर पता कर सकते हैं कि कोई और आपका अकाउंट तो नहीं खोल रहा। फेसबुक पर यह विकल्प आपको सेटिंग में मिलेगा जहां सिक्योरिटी में आपको where you are logged in का विकल्प दिखेगा।
5
मोबाइल अलर्ट ऑन रखें
फेसबुक पर मोबाइल अलर्ट की सुविधा मौजूद है, जिससे जब भी आपका फेसबुक अकाउंट लॉगइन किया जाएगा आपके मोबाइल पर एसएमएस पहुंच जाएगा। फेसबुक पर इस विकल्प के लिए सेटिंग में जाएं फिर सिक्योरीटी और फिर लॉगइन नोटिफिकेशन में जाएं।
6
अनजान की फ्रेंड रिक्वेस्ट ना लें
फेसबुक पर कभी भी किसी अनजान की रिक्वेस्ट ना लें तो ही बेहतर है लेकिन आप फ्रेंडलिस्ट बढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट स्वीकार करना चाहते हैं तो उसकी भली-भांति जांच करें। सबस पहले रिक्वेस्ट भेजने वाले से सवाल पूछें कि वह आपका दोस्त क्यों बनना चाहता है? आपका प्रोफाइल उसे कैसे मिला? प्रोफाइल को पढ़ें और प्रोफाइल फोटो की वास्तविकता की जांच करें। पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करें।
7
खुद को गूगल पर सर्च करें
आपके बारे में इंटरनेट पर किस तरह की जानकारियां उपलब्ध हैं। यह आप अपने नाम को गूगल समेत विभिन्न सर्च इंजनों पर सर्च कर पता कर सकते हैं। इसमें टेक्स्ट और इमेज, दोनों सर्च करें। कोई आपत्तिजनक या व्यक्तिगत जानकारी या तस्वीर होने पर उसके स्रोत का पता कर उसे हटाने का प्रयास कर सकते हैं।
8
सिक्योरिटी क्वेशचन का चुनाव
पासवर्ड सेट करते समय अक्सर आपको एक सवाल सेट करना होता है। इसमें आप कोई ऐसा सवाल चुनें, जिसके जवाब का अंदाजा आपके प्रोफाइल के आधार पर न लगाया जा सके। इससे आपके सोशल मीडिया अकाउंट के हैक होने की आशंका कम हो जाती है।
9
ब्राउजर अपडेट करते रहें
अपने प्रोफाइल को सुरक्षित रखने के लिए आपको समय-समय पर अपने ब्राउजर (गूगल क्रोम, फायरफॉक्स आदि) को अपडेट करते रहना चाहिए। नए ब्राउजर्स में कई सुरक्षा संबंधित विकल्प आ रहे हैं, जो आपकी ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान सुरक्षा प्रदान करते हैं।
10
कीप्ड लॉगइन ऑप्शन
सोशल मीडिया से जुड़ी कई वेबसाइट पर ‘कीप्ड लॉगइन’ का विकल्प मौजूद होता है, जिससे आपको बार-बार लॉगइन करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। साइबर कैफे या किसी सार्वजनिक कम्प्यूटरों पर लॉगइन करते समय इसका उपयोग न करें।
11
लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें
सोशल नेटवर्किंग से जुड़े ई-मेल अक्सर आते रहते हैं। साथ ही कई वेबसाइट्स पर सोशल नेटवर्किंग साइट की लिंक दी जाती है। इनके जरिए फेसबुक-ट्विटर आदि पर लॉगइन करने से जानकारी चोरी होने का खतरा होता है। बेहतर होगा आप ब्राउजर में ऊपर स्थित एड्रेस बार में ही साइट का नाम टाइप कर लॉगइन करें।
मीडिया से जुड़ी कई वेबसाइट पर ‘कीप्ड लॉगइन’ का विकल्प मौजूद होता है, जिससे आपको बार-बार लॉगइन करने की आवश्यकता नहीं पड़ती। साइबर कैफे या किसी सार्वजनिक कम्प्यूटरों पर लॉगइन करते समय इसका उपयोग न करें।
0 comments:
Post a Comment