सिर्फ 4 साल में बनी IPS से IAS, पढ़ें छोटे गांव की इस लेडी की सक्सेस स्टोरी
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2012 में गरिमा सिंह ने आईपीएस के लिए क्वालिफाई किया था। |
झांसी. आईपीएस गरिमा सिंह ने एक बार फिर कमाल करते हुए आईएएस के लिए क्वालिफाई कर लिया है। 2015 के यूपीएससी फाइनल में उन्होंने 55वीं रैंक हासिल की। बता दें कि हाल ही में उन्हें झांसी जिले की कमान सौंपी गई थी। गरिमा महज 25 की उम्र में आईपीएस बनी थीं। 29 की उम्र में उन्होंने आईएएस के लिए क्वालिफाई कर लिया। पढ़िए इस छोटे गांव की टैलेंटेड लेडी की सक्सेस स्टोरी...
पुलिस वाले ने रिक्शा रोककर मांगी थी रिश्वत
- punjabipridehonor.com से बातचीत में उन्होंने पुराने किस्से शेयर किए।
- "डीयू में पढाई के दौरान मैं एक मॉल से रात में दोस्तों के साथ होस्टल लौट रही थी। तभी चेकिंग के लिए तैनात पुलिसवाले ने हमारा रिक्शा रोक लिया।"
- "रात में कहां से आ रही हो, कहां जाना है.. जैसे सवाल पूछने के बाद पुलिस वाले ने हमसे 100 रु. मांगे। मना किया तो पापा को फोन कर रात में घूमने की शिकायत करने की धमकी देने लगा।"
- बहस के बाद पुलिस वाले ने हमेंजाने तो दिया, लेकिन इस वाक्ये ने मेरे मन में पुलिस के प्रति नफरत भर दी हो गई।
- "डीयू में पढाई के दौरान मैं एक मॉल से रात में दोस्तों के साथ होस्टल लौट रही थी। तभी चेकिंग के लिए तैनात पुलिसवाले ने हमारा रिक्शा रोक लिया।"
- "रात में कहां से आ रही हो, कहां जाना है.. जैसे सवाल पूछने के बाद पुलिस वाले ने हमसे 100 रु. मांगे। मना किया तो पापा को फोन कर रात में घूमने की शिकायत करने की धमकी देने लगा।"
- बहस के बाद पुलिस वाले ने हमेंजाने तो दिया, लेकिन इस वाक्ये ने मेरे मन में पुलिस के प्रति नफरत भर दी हो गई।
ऐसे पुलिस ने जीता दिल
- रिश्वत वाले वाक्ये ने गरिमा के मन में पुलिस के लिए कड़वाहट भर दी थी, लेकिन जल्द ही उनका नजरिया बदल गया।
- वह बताती हैं, "एक बार डीयू में मेरा फोन गायब हो गया था। मैंने इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने जिस तेजी से एक्शन लेते हुए मेरा फोन खोज निकाला, उसने मेरा नजरिया बदल दिया।"
- वह बताती हैं, "एक बार डीयू में मेरा फोन गायब हो गया था। मैंने इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने जिस तेजी से एक्शन लेते हुए मेरा फोन खोज निकाला, उसने मेरा नजरिया बदल दिया।"
कैसा रहा शुरुआती करियर
- आईपीएस गरिमा सिंह इन दिनों झांसी की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही हैं।
- वे बलिया जिले के गांव कथौली की रहने वाली हैं।
- गरिमा का सपना हमेशा से आईपीएस बनने का नहीं था, वो एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहती थीं।
- गरिमा बताती हैं, "मेरे पापा ओमकार नाथ सिंह पेशे से इंजीनियर हैं। वे चाहते थे कि मैं सिविल सर्विसेज में जाऊं। सिर्फ उनके कहने पर मैंने तैयारी शुरू की।"
- गरिमा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से बीए और एमए (हिस्ट्री) की पढ़ाई की है।
- उन्होंने पहली बार 2012 में सिविल सर्विसेज का एग्जाम दिया था और तभी उनका सिलेक्शन आईपीएस में हो गया।
- वे बलिया जिले के गांव कथौली की रहने वाली हैं।
- गरिमा का सपना हमेशा से आईपीएस बनने का नहीं था, वो एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहती थीं।
- गरिमा बताती हैं, "मेरे पापा ओमकार नाथ सिंह पेशे से इंजीनियर हैं। वे चाहते थे कि मैं सिविल सर्विसेज में जाऊं। सिर्फ उनके कहने पर मैंने तैयारी शुरू की।"
- गरिमा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से बीए और एमए (हिस्ट्री) की पढ़ाई की है।
- उन्होंने पहली बार 2012 में सिविल सर्विसेज का एग्जाम दिया था और तभी उनका सिलेक्शन आईपीएस में हो गया।
इंजीनियर से की शादी
- गरिमा की शादी पिछले साल 25 जनवरी को ही हुई है। बर्थडे 14 फरवरी को आता है।
- पति राहुल राय पेशे से इंजीनियर हैं।
- राहुल ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और अब नोएडा में पोस्टेड हैं।
झांसी में हो रही हैं पॉपुलर
- लखनऊ में 2 साल तक अंडरट्रेनिंग एएसपी के तौर पर रहीं गरिमा झांसी में एसपी सिटी के रूप में लोकप्रिय हो रही हैं।
- समस्याग्रस्त लोगों से बेहद शिष्ट तरीके से पेश आकर उनकी परेशानी सुनना उन्हें लोकप्रिय बना रहा है।
- उनका टैलेंट देखते हुए उन्हें लखनऊ के बहुचर्चित मोहनलाल गंज रेप केस की जांच टीम में शामिल किया गया था।
- उन्होंने इस केस पर रात-रात भर जागकर काम किया।
- इसके अलावा उन्होंने महिला हेल्पलाइन 1090 को स्थापित करने में भी योगदान दिया।
- समस्याग्रस्त लोगों से बेहद शिष्ट तरीके से पेश आकर उनकी परेशानी सुनना उन्हें लोकप्रिय बना रहा है।
- उनका टैलेंट देखते हुए उन्हें लखनऊ के बहुचर्चित मोहनलाल गंज रेप केस की जांच टीम में शामिल किया गया था।
- उन्होंने इस केस पर रात-रात भर जागकर काम किया।
- इसके अलावा उन्होंने महिला हेल्पलाइन 1090 को स्थापित करने में भी योगदान दिया।
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