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Wednesday, 20 April 2016
दूल्हे ने दहेज में मांगी SWIFT कार तो दुल्हन ने लौटाई बरात, दूसरे से की शादी
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सीकर.दूल्हे ने दहेज में मांगी SWIFT कार तो दुल्हन ने लौटाई बरात, दूसरे से की शादीई, जिससे वह सबकी प्रेरणा बन गई हैं। दरअसल, उसकी शादी सोमवार को दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल से होनी थी। ऐन मौके पर लड़के ने दहेज में 25 लाख रुपए और स्विप्ट कार मांग ली। लड़की के बेबस पिता ने दूल्हे के कदमों में अपनी पगड़ी रखी। लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा। प्रियंका को यह सहन नहीं हुआ तो उसने सबके सामने शादी से इनकार कर दिया। जिसके बाद बरात को बेरंग लौटना पड़ा। इस तरह भद्द पिटी दूल्हे की...
ऐसे नाराज हुई दुल्हन
- जब दहेज़ मांगे जाने की बात प्रियंका को पता चली तो उसने दूल्हे से पूछा कि क्या वह उसे पसंद करता है?
- दूल्हे ने हां में जवाब दिया तो प्रियंका ने उससे कहा कि अब वह उसे पसंद नहीं करती है, क्योंकि वह एक दहेज लोभी को अपना जीवनसाथी नहीं बनाना चाहती है।
- इसलिए वह इस रिश्ते से इनकार करती है। दुल्हन का मिजाज भांपकर दूल्हा पक्ष के लोग बिना किसी मांग के शादी को तैयार हो गए।
- लेकिन प्रियंका ने शादी से साफ मना कर दिया और उसके माता-पिता ने भी उस पर शादी के लिए कोई दबाव नहीं बनाया। ऐसे में बारात को बिना दुल्हन लौटना पड़ा।
प्रियंका के पिता पेशे से ड्राइवर
- एमएससी पास प्रियंका का कहना है कि वह ऐसे व्यक्ति को जीवन साथी नहीं बनाना चाहती, जो उससे नहीं दहेज के रुपए व कार से शादी करना चाहता हो।
- प्रियंका के पिता महिपाल खांडा महिला एवं बाल विकास विभाग में ड्राइवर हैं।
- दूल्हा आशीष कुमार, दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल है और वह नई दिल्ली के राजनगर पालम कॉलोनी में रहता है।
- दूल्हे के पिता विजयसिंह महावर भी पुलिस में है। जानकारी के मुताबिक बारात तय समय पर पांथरोली पहुंच गई।
- आशीष व प्रियंका की शादी की रस्म शुरू हो गई थी। तोरण पर जाने से पहले दूल्हे ने 25 लाख रुपए और स्विफ्ट कार की मांग रखी।
- जिससे प्रियंका के पिता महिपाल ने अपनी पगड़ी दूल्हे के पैरों में रखते हुए मांग पूरी करने में असमर्थता जताई, लेकिन फिर भी दूल्हा नहीं माना।
छह माह पहले तय हुई थी शादी
- प्रियंका व विजयसिंह महावर के पुत्र आशीष की शादी करीब छह माह पहले तय हुई थी।
- 16 अप्रैल को ही महिपाल ने दिल्ली जाकर लगन व शगुन की रस्में निभाई थी।
- उस दिन ही दूल्हे व उसके पिता ने दहेज में 25 लाख रुपए व स्विफ्ट डिजायर कार की मांग महिपाल के सामने रख थी।
- महिपाल ने यह बात घर पहुंचकर किसी को नहीं बताई और जैसे तैसे कर एक ईयोन गाड़ी का बंदोबस्त भी कर लिया था।
अब बेटी के फैसले पर नाज है परिवार को
- दुल्हन के पिता महिपाल खांडा ने कहा है कि शादी से दो दिन पहले शनिवार को लगन लेकर बेटी के ससुराल गया था।
- लगन में हैसियत के अनुसार सब कुछ दिया था। गांव पहुंचते ही वहां से फोन आया और वापस बुलाया।
- परिवार के एक सदस्य के साथ वापस दिल्ली गया। वहां उन्होंने दहेज में यह मांग रखी। मजबूरी बताई, पर नहीं माने।
- सोचा जैसे-तैसे कर एक गाड़ी दे दूंगा तो मान जाएंगे। लेकिन बारात आने के बाद भी नहीं माने। बेटी के फैसले पर नाज है।
दामाद रोबर्ट वाड्रा ने 1 लाख से बनाए 325 करोड़, जबकि बेटी के पास घर किराए के पैसे नहीं!
नयी दिल्ली: रॉबर्ट वाड्रा नेहरू-गांधी परिवार के दामाद, उम्र 44 साल, शैक्षणिक योग्यता महज हाई स्कूल पास! प्रियंका गांधी के पति रोबर्ट वाड्रा ने पांच साल के भीतर ही 1 लाख रुपये की निवेश से 325 करोड़ से अधिक कि सम्पति बनायीं, सोनिया गांधी के दामाद के बारे में ये सनसनी खेज खुलासा जानेमाने अमेरिकी अख़बार द वाल स्ट्रीट जनरल ने किया है !
द वाल स्ट्रीट जनरल के मुताबिक उन्होंने रिपोर्ट तैयार करते समय पॉपर्टी के जानकारों से बात-चीत की और वाड्रा के जमीनो, कंपनियों के दस्तावेजों और दूसरे अन्य निवेशों के आधार पर उन्होंने ये आकलन किया है, अगर अख़बार के वेबसाइट पर प्रकाशित खबर को माने तो वाड्रा ने 2007 में महज एक लाख रुपये से अपना कारोबार शुरू किया और 2012 में इस कंपनी से 12 मिलियन यांकी की 72 करोड़ भारतीय रुपये की सम्पति बेचीं गयी !
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रपोर्ट का दावा है की अभी भी रोबर्ट वाड्रा के कंपनी के पास 253 करोड़ रुपये से ज्यादा के रियल स्टेट प्रॉपर्टी बची हुयी है, वाल स्ट्रीट जनरल रिपोर्ट में अख़बार ने लिखा है की 2012 के बाद वाड्रा ने और कोई प्रॉपर्टी बेचीं या नहीं इसकी पुख्ता जानकारी उन्हें नहीं हासिल हुयी है क्योकि लगातार वाड्रा पर हो रहे कारवाई की वजह से बाईट 2 सालो के खरीद-बेच की कोई भी पुख्ता जानकारी सरकारी वेबसाइट्स पर उपलब्ध नहीं है!
अगर सात साल पहले की बात करे तो रोबर्ट वाड्रा एक छोटे व्यपारी हुआ करते थे जो की कुछ ही समय में एक जाने माने रियल स्टेट बिज़नेस मैन बन गए जबकि उनके पास रियल स्टेट बिज़नेस का कोई खास तजुर्बा भी नहीं था और उनका पहले का बिज़नेस इससे बिलकुल अलग था, वेबसाइट की माने तो वाड्रा और गांधी परिवार की रियल स्टेट और जमीन से जुड़े मामलो की देख-रेख एवं खरीद-विक्रि सब एक महेश नागर नाम का व्यक्ति करता है जो की राजस्थान का रहने वाला है और गांधी परिवार से करीबी रिस्ता है ! हलकी नागर ने कहा है की इस मामले से उसका कोई लेना देना नहीं है और वाड्रा-गांधी परिवार से रिश्तों को लेकर महेश नागर हमेशा से इंकार करते रहे है!
रिपोर्ट का दावा है की रोबर्ट बाड्रा का एक छोटा मोटा गहनों के एक्सपोर्ट का बिज़नेस था लेकिन 2004 में जब कांग्रेस फिर से सत्ता में आई उसके बाद 2007 में वाड्रा ने रियल स्टेट बिज़नेस के लिए स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट ली. के नाम से एक कंपनी की नीव रखी जिसमे रोबर्ट वाड्रा ने तब 2000 डॉलर यानि की लगभग 1 लाख रुपये लगाकर शुरू किया था!
अब सवाल यह उठता है की कोई आम आदमी इतने कम पैसे से व्यापर शुरू करके इतनी कम समय में अपना कारोबार इतना फैला सकता है क्या
अब तक जिंदा है सुभाष चंद्र बोस का ड्राइवर, बना वर्ल्ड का सबसे बूढ़ा आदमी
नाजी कैंप से जिंदा निकला दुनिया का दूसरा सबसे उम्रदराज आदमी
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- मूलतः पोलैंड के रहने वाले इजराइल दोनों वर्ल्ड वॉर में शामिल रहे।
- वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ पोलैंड में हुए नाजी कंसंट्रेशन कैंप में फंस गए थे।
- वहां उनकी फैमिली को जिंदा जला दिया गया।
- किसी तरह इजराइल जिंदा बचकर निकल गए।
- 2nd वर्ल्ड वॉर के दौरान संघर्ष की वजह से उनका वजन कुल 37 किलो रह गया था।
- 1950 में अपनी दूसरी पत्नी और बेटे को लेकर इजराइल शिफ्ट हो गए।
- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में इजराइल का नाम दर्ज है।
- वहां उनकी फैमिली को जिंदा जला दिया गया।
- किसी तरह इजराइल जिंदा बचकर निकल गए।
- 2nd वर्ल्ड वॉर के दौरान संघर्ष की वजह से उनका वजन कुल 37 किलो रह गया था।
- 1950 में अपनी दूसरी पत्नी और बेटे को लेकर इजराइल शिफ्ट हो गए।
- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में इजराइल का नाम दर्ज है।
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- मिस सूजी के नाम से पॉपुलर रहीं सुसान्ना अमेरिका में गुलामी झेलने वाले परिवार में जन्मीं।
- सूजी के मां-पापा फार्मिंग करके अपना पेट पालते थे।
- शुरुआत में सूजी भी खेतों में अपने पेरेंट्स की मदद करती थीं, लेकिन गरीबी से निकलने की जिद में उन्होंने पढ़ाई पर ध्यान देना शुरू किया।
- टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम में उनका सिलेक्शन हुआ, लेकिन पैसों की तंगी की वजह से वे एडमिशन नहीं ले पाईं।
- 29 साल की उम्र में सूजी अमीर घरों में बच्चों की आया बनकर रहीं। इसके लिए उन्हें हफ्ते के 7 डॉलर (लगभग 466 रुपए) मिलते थे।
- सूजी ने शादी तो की थी, लेकिन महज 5 साल में ही पति से अलग हो गईं।
- उनका कोई बच्चा नहीं है, लेकिन उनका ख्याल रखने के लिए 100 से ज्यादा भांजे-भतीजे हैं।
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- 2015 में सेलिब्रेट किया 116वां बर्थडे।
- पोप फ्रांसिस ने दी थी बर्थडे पर बधाई।
- मोरानो अपनी लंबी उम्र का राज अपने सिंगलहुड को बताया।
- मोरानो ने 27 की उम्र में शादी की थी।
- शादी के 11 साल बाद उन्हें एक बच्चा हुआ, लेकिन वो महज 6 महीने ही जी सका।
- बच्चे की मौत के एक साल बाद मोरानो ने अपने पति को घर से निकाल दिया और अकेली रहने लगीं।
- खुद को हेल्दी रखने के लिए मोरानो दिन में 3 कच्चे अंडे, एक ग्लास घर की बनी ब्रांडी और कभी-कभी चॉकलेट खाती हैं।
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- जमैका की रहनेवाली वॉइलेट सुबह उठकर 5 किमी दूर से नंगे पैर पानी भर कर लाती थीं।
- पानी लाने के बाद ही वो स्कूल जा सकती थीं।
- घर का पेट पालने के लिए वॉइलेट ने नौकरानी से लेकर खेतों में मजदूरी जैसे काम किए।
- एक इंटरव्यू के दौरान वॉइलेट ने बताया था कि उनकी मां सुबह उन्हें नारियल के दूध से बनी चाय देती थी।
- स्कूल में पढ़ाई करने के साथ ही वो चर्च की सफाई का काम भी करती थीं, जिससे थोड़ी कमाई हो सके।
- स्कूल छोड़ने के बाद उन्होंने बटलर का काम भी किया।
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- 27 सितंबर 2015 को शिबूया कू नाम की 115 वर्षीय महिला की मौत के बाद ताजिमा को वर्ल्ड के चौथे ओल्डेस्ट लिविंग पर्सन का टाइटल मिला।
- उन्होंने अपनी लाइफ में अब तक 140 प्लस वंशज देखे हैं।
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- अक्टूबर 2012 में उम्र को लेकर गिनीज बुक में नाम दर्ज हुआ।
- डेथ के टाइम तक इन्होंने अपनी 4 जनरेशन देखीं। इनके 14 ग्रैंड चिल्ड्रन, 25 ग्रेट ग्रैंड चिल्ड्रन और 15 ग्रेट-ग्रेट ग्रैंड चिल्ड्रन हैं।
- किमूरा को पहला प्यार कोरिया में नौकरी के दौरान मिला।
- किमूरा का असली नाम किन्जीरो मियाके था।
- उनकी पत्नी के परिवार में कोई पुरुष उत्तराधिकारी नहीं था, इसलिए मियाके ने अपना नाम बदलकर जिरोएमॉन किमूरा रख लिया।
- 1927 में क्योटो में आए 7.6 मैग्निट्यूड के भूकंप में फंस गए थे।
- उस भूकंप में 3000 से ज्यादा लोगों की जानें गई थीं, लेकिन किमूरा जिंदा निकल आए।
- किमूरा ने अपने लाइफटाइम में 61 जापानी प्राइम मिनिस्टर्स का शासन देखा।
- 12 जून 2013 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से किमूरा का निधन हुआ।
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- मोर्टेन्सन का जन्म एक टेलर परिवार में हुआ था।
- डेनमार्क में जन्मे मोर्टेन्सन ने बड़े होकर अपने पिता का काम अपनाया और टेलर बन गए, लेकिन उन्हें यह करियर ज्यादा रास नहीं आया।
- उन्होंने अपने लाइफ स्पान में दूधवाले से लेकर फैक्ट्री के मजदूर तक की नौकरी की।
- मोर्टेन्सन ने अपनी लंबी जिंदगी का सीक्रेट रोज एक सिगार, उबला पानी, शराब से दूरी और संगीत प्रेम को बताया था।
- जिंदगी के अंतिम 3 साल उन्होंने अंधे की तरह काटे।
- वे बस अपने कमरे में व्हीलचेयर पर बैठकर रेडियो सुना करते थे।
- उन्होंने अपने लाइफ स्पान में दूधवाले से लेकर फैक्ट्री के मजदूर तक की नौकरी की।
- मोर्टेन्सन ने अपनी लंबी जिंदगी का सीक्रेट रोज एक सिगार, उबला पानी, शराब से दूरी और संगीत प्रेम को बताया था।
- जिंदगी के अंतिम 3 साल उन्होंने अंधे की तरह काटे।
- वे बस अपने कमरे में व्हीलचेयर पर बैठकर रेडियो सुना करते थे।
Tuesday, 19 April 2016
10 लाख वर्कर, 9 करोड़ फोन, 17 सुसाइड, ऐसी है iPhone बनाने वालों की लाइफ
गैजेट डेस्क। एप्पल ने अपने आईफोन की बिक्री बढ़ाने के लिए इसे लीज पर देना शुरू किया है। इंडिया में आईफोन SE को 999 रुपए हर महीने चुका कर 2 साल के लिए खरीद सकते हैं। चीन की Foxconn और Pegatron Group एप्पल के आईफोन और आईपैड असेम्बल करते हैं। कम पैसों में ज्यादा काम करते हैं ये वर्कर्स...
- ये कंपनियां बहुत ही कम डेली वेजेस पर वर्कर्स हायर करते हैं।
- ये वर्कर्स हफ्ते में 66 घंटों से भी ज्यादा काम करते हैं।
- जबकि चीन में काम करने की समय सीमा मैक्सिमम 49 घंटे की है।
- चीन की NGO चाइना लेबर वॉच ने इस बात का खुलासा किया है कि ये कंपनियां वर्कर्स से झूठा पेपर साइन कराती हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े-
आईफोन फैक्ट्री के नाम से जानी जाने वाली फॉक्सकॉन फैक्ट्री में पिछले आधे दशक में 17 लोग सुसाइड कर चुके हैं। इसमें से 9 अकेले 2010 में थे जिन्होंने कूदकर अपनी जान दी थी इसके बाद फॉक्सकॉन ने अपने कम्पाउंड में जाल लगवा दिया था कि अगर कोई वर्कर कूदे भी तो गिरे नहीं। 2013 के आंकड़ों के मुताबिक इस फैक्ट्री में 1 मिलियन (10 लाख) वर्कर हैं। इसी साल एप्पल ने 90 मिलियन आईफोन बनाए थे।
स्टैट्स-
* फॉक्सकॉन चीन के कुल कर्मचारी - 1,000,000
* प्रोडक्शन यूनिट - 100,000
* आईफोन 5S जो 2013 में लॉन्च हुआ था उसपर काम करने वाले वर्कर्स- 300,000 प्रति दिन
* फॉक्सकॉन का रनटाइम- 24 घंटे, सातो दिन
* डेली आईफोन प्रोडक्शन- (सभी यूनिट्स) - 300000
ऐसे कराया इनवेस्टिगेशन-
- NGO ने एक अंडर कवर इन्वेस्टिगेटर के हवाले से रिपोर्ट तैयार की।
- वर्कर्स की कंडीशन जानने के लिए इन्वेस्टिगेटर ने Pegatron Group में कुछ दिनों तक नौकरी की वहां कुछ दिनों तक काम से इसलिए निकाल दिया गया कि उसने मैनेजर से रेस्टरूम ब्रेक मांग लिया था।
- इस रिपोर्ट में आईफोन बनाने वाले वर्कर की डेली लाइफ बताई गई है।
- इस रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है आईफोन बनाने वाले वर्कर्स से कैसे काम लिया जाता है, जिसकी वजह से ये वर्कर परेशान होकर सुसाइड करने पर मजबूर हो जाते हैं।
Monday, 18 April 2016
कंट्रोवर्शियल आइलैंड पर चीन ने उतारा मिलिट्री प्लेन, इन देशों से बढ़ेगा तनाव
बीजिंग.चीन ने पहली बार साउथ चाइना सी के कंट्रोवर्शियल आइलैंड पर मिलिट्री एयरक्राफ्ट की लैंडिंग कराई है। चीनी स्टेट मीडिया ने यह जानकारी दी। इंटरनेशनल कम्युनिटी को डर है कि चीन इस आइलैंड को फाइटर जेट का बेस बना सकता है। बता दें कि साउथ चाइना सी में इस आर्टिफीशियल आइलैंड बनाने का यूएस विरोध करता रहा है। अमेरिका ने निगरानी के लिए कई बार अपनी वॉरशिप भेज चुका है। इसके कारण दोनों देश कई बार आमने-सामने हो चुके हैं। बीमार वर्कर्स को निकालने के लिए करवाई लैंडिंग...
- चीन पिछले एक साल से यहां रनवे तैयार कर रहा है। ये 3,000 मीटर लंबा है। जनवरी में पहली बार यहां सिविलियन फ्लाइट की टेस्टिंग की गई थी।
- पीपल्स लिबरेशन आर्मी के ऑफिशियल न्यूजपेपर के फ्रंट पेज पर इस इस लैंडिंग के बारे में न्यूज छपी है।
- इसमें बताया गया कि रविवार को साउथ चाइना सी के ऊपर पेट्रोलिंग कर रहे एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट को फेयरी क्रॉस रीफ पर लैंडिंग की इमरजेंसी कॉल मिली। तीन बीमार वर्कर्स को निकालने के लिए ये लैंडिंग करवाई गई।
- मिलिट्री एयरक्राफ्ट से इन्हें इलाज के लिए हेनान आइलैंड पहुंचाया गया। आइलैंड पर खड़े एक एयरक्राफ्ट की फोटो भी छापी गई है।
- यह पहली बार है जब चाइना मिलिट्री ने सार्वजनिक रूप से फेयरी क्रॉस रीफ पर एयरक्राफ्ट लैंडिंग की बात मानी है।
- इसमें एक मिलिट्री एक्सपर्ट के हवाले यह दावा भी किया गया कि रीफ का एयरफील्ड मिलिट्री स्टैंडर्ड के हिसाब से पूरी तरह तैयार है और युद्ध की स्थिति में इसे फाइटर जेट का बेस बनाया जा सकता है।
- बता दें कि एयरफील्ड इतना लंबा है कि इसपर लॉन्ग रेंज बॉम्बर जेट, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के अलावा चीन के आधुनिक जेट भी लैंड और टेकऑफ कर सकते हैं।
- पीपल्स लिबरेशन आर्मी के ऑफिशियल न्यूजपेपर के फ्रंट पेज पर इस इस लैंडिंग के बारे में न्यूज छपी है।
- इसमें बताया गया कि रविवार को साउथ चाइना सी के ऊपर पेट्रोलिंग कर रहे एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट को फेयरी क्रॉस रीफ पर लैंडिंग की इमरजेंसी कॉल मिली। तीन बीमार वर्कर्स को निकालने के लिए ये लैंडिंग करवाई गई।
- मिलिट्री एयरक्राफ्ट से इन्हें इलाज के लिए हेनान आइलैंड पहुंचाया गया। आइलैंड पर खड़े एक एयरक्राफ्ट की फोटो भी छापी गई है।
- यह पहली बार है जब चाइना मिलिट्री ने सार्वजनिक रूप से फेयरी क्रॉस रीफ पर एयरक्राफ्ट लैंडिंग की बात मानी है।
- इसमें एक मिलिट्री एक्सपर्ट के हवाले यह दावा भी किया गया कि रीफ का एयरफील्ड मिलिट्री स्टैंडर्ड के हिसाब से पूरी तरह तैयार है और युद्ध की स्थिति में इसे फाइटर जेट का बेस बनाया जा सकता है।
- बता दें कि एयरफील्ड इतना लंबा है कि इसपर लॉन्ग रेंज बॉम्बर जेट, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के अलावा चीन के आधुनिक जेट भी लैंड और टेकऑफ कर सकते हैं।
- साउथ चाइना सी के रास्ते हर साल 5 ट्रिलियन डॉलर का इंटरनेशनल ट्रे़ड होता है। चीन के अलावा इस एरिया पर वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई, फिलीपींस और ताइवान भी इसपर दावा करते हैं।
क्या है विवाद?
- साउथ और ईस्ट चीन समुद्र के काफी इलाके पर चीन अपना हक जताता है। साउथ-ईस्ट एशिया के कई देश भी इस इलाके में स्प्रेटली आइलैंड, पैरासेल आइलैंड्स और स्कारबोरोफ रीफ पर अपना दावा जताते हैं।
- इस इलाके में एनर्जी के बड़े रिसोर्स हैं। इस पर दावा जताने वाले देशों में ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम और मलेशिया शामिल हैं। इस समुद्री रास्ते से हर साल 7 ट्रिलियन डॉलर का बिजनेस किया जाता है।
- चीन ने 2013 के आखिर में एक बड़ा प्रोजेक्ट चलाकर पानी में डूबे इस रीफ एरिया को आर्टिफिशियल आइलैंड में बदल दिया। चीन का कहना है कि यह काम लीगल नहीं है।
- साउथ और ईस्ट चीन समुद्र के काफी इलाके पर चीन अपना हक जताता है। साउथ-ईस्ट एशिया के कई देश भी इस इलाके में स्प्रेटली आइलैंड, पैरासेल आइलैंड्स और स्कारबोरोफ रीफ पर अपना दावा जताते हैं।
- इस इलाके में एनर्जी के बड़े रिसोर्स हैं। इस पर दावा जताने वाले देशों में ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम और मलेशिया शामिल हैं। इस समुद्री रास्ते से हर साल 7 ट्रिलियन डॉलर का बिजनेस किया जाता है।
- चीन ने 2013 के आखिर में एक बड़ा प्रोजेक्ट चलाकर पानी में डूबे इस रीफ एरिया को आर्टिफिशियल आइलैंड में बदल दिया। चीन का कहना है कि यह काम लीगल नहीं है।
अमेरिका-चीन के बीच है इसे लेकर विवाद
- पिछले साल सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मीटिंग में शी जिनपिंग ने कहा था कि वे इस इलाके में सेना तैनात नहीं करना चाहते। वहीं अमेरिका का कहना था कि चीन यहां मिलिट्री एक्टिविटीज बढ़ा रहा है।
- चीन दक्षिण चीन सागर में 12 समुद्री मील इलाके पर हक जताता है। इस इलाके को ‘12 नॉटिकल मील टेरिटोरियल लिमिट' कहते हैं। यह इलाका दक्षिण चीन सागर में बने आर्टिफिशियल आइलैंड के आसपास का ही है।
- चीन दक्षिण चीन सागर में 12 समुद्री मील इलाके पर हक जताता है। इस इलाके को ‘12 नॉटिकल मील टेरिटोरियल लिमिट' कहते हैं। यह इलाका दक्षिण चीन सागर में बने आर्टिफिशियल आइलैंड के आसपास का ही है।
चीन के मुताबिक, तीन गंभीर रूप से बीमार वर्कर्स को निकालने के लिए इस प्लेन को इमरजेंसी सिग्नल मिले थे।
.बीमार वर्कर्स को हेनान आइलैंड ले जाया गया है।
4 जनवरी, 2016 को रिलीज इस सैटेलाइट इमेज में आइलैंड पर एयरस्ट्रिप देखी जा सकती है।
इस शहर को माना जाता है बेहद डरावना, जमीन भी खिसकती रहती है
इटली में स्थित शहर कोलोब्रैरो।.
यूरोप में एक ऐसा शहर है जिसे वहां का सबसे खौफनाक शहर कहा जाता है। इटली के लोग इस शहर का नाम लेने से भी डरते हैं। इस शहर के बारे में कहा जाता है कि यहां बुरी आंखों वाली डायनें और दो दिल और तीन फेफड़ों वाले बच्चे रहते हैं। बदनसीब शहर भी कहा जाता है...
यह इटली में ही है और इसका नाम है- कोलोब्रैरो। अचानक जमीन खिसकने और कार एक्सिडेंट होने की वजह से इसे सबसे बदनसीब शहर भी कहते हैं। दक्षिणी इटली में इस शहर के पास रहने वाले लोग इसका नाम लेने की जगह 'वह शहर' कहकर पुकारते हैं। इटली के बैसिलिकटा क्षेत्र में रहने वाले लोग इस शहर से होकर गुजरना भी पसंद नहीं करते। हालांकि डरावने होने के बावजूद यूरोप के अलग-अलग देशों से लोग इस शहर को देखने के लिए पहुंचते हैं।
कोलोब्रैरो के बारे में मान्यताएं हैं कि यहां एक वकील और एक डायन रहती थी। बिआगिओ विरगिलिओ नाम का वकील कभी अपना मुकदमा नहीं हारा था और उसके काफी दुश्मन हो गए थे। एक मुकदमे की सुनवाई में उन्होंने कहा कि अगर वे जो कह रहे हैं वह गलत होगा तो छत से लगा हुआ झूमर नीचे आ गिरेगा। फिर झूमर नीचे आ गिरा।
इसके बाद से वकील को बुरी नजरों से देखा जाने लगा। शहर के बारे में कई कहानियां बनने लगी। इसके बाद शहर में जो कुछ बुरा होता था, उसे वकील से जोड़ कर देखा जाने लगा।
किसी ने ऑयल इंजेक्ट कर बनाई बॉडी, किसी ने निकलवाई हड्डी
दुनियाभर के अलग-अलग देशों से रोज ही सैकड़ों फोटोज सामने आती हैं। लेकिन इनमें से कई फोटोज बेहद अलग होती हैं। आज हम आपको ऐसी ही कुछ शॉकिंग फोटोज दिखाने जा रहे हैं। । ऑयल, अल्कोहल इंजेक्ट कर बनाई बॉडी...
पहली फोटो एक ऐसे शख्स की है जो खुद को हल्क का फैन बताता है। हल्क की तरह दिखाने के लिए रोमारियो डोस सैंटोस एल्व्स नाम के व्यक्ति ने अपने शरीर में पेनकिलर, ऑयल और अल्कोहल का इंजेक्शन लेना शुरू कर दिया था। इससे उसकी जान को भी खतरा पहुंचने लगा था
पीक्सी फोक्स नाम की इस महिला ने कार्टून कैरेक्टर की तरह दिखने के लिए अपने शरीर की कुछ हड्डियां ही निकलवा दी। सर्जरी के बाद महिला की कमर रिकॉर्ड 14 इंच हो गई
यह फोटो रायपुर की है। शिवनाथ और शिवराम नाम के जुड़वां शख्स की ये फोटो भी काफी चर्चा में रही थी।
ला रू ड्रमोंड नाम की इस महिला ने 14 इंच का नाखून तैयार कर लिया।
9 साल की ट्रिनी एमुहिर्वे 2 किलो के ट्यूमर की वजह से ऐसी दिखने लगी।
क्रुगर नेशनल पार्क, साउथ अफ्रीका की इस फोटो में भैंस ने शेर को हवा में उछाल दिया
क्रुगर नेशनल पार्क की इस फोटो में एक हिप्पो ने अपने बच्चे को बचाने के लिए शेर पर पलटवार कर दिया
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